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Jind news : असमर्थ महिला कल्याण ट्रस्ट नरवाना रोड जींद के प्रधान पंडित रामनिवास अहिरका की अध्यक्षता में ट्रस्ट का 27वां वार्षिक अन्न वितरण समारोह आयोजित किया गया। इसके मुख्यातिथि एडीसी डॉ. हरीश वशिष्ठ व विशिष्ट अतिथि नायब तहसीलदार तहसीलदार अनिल कुमार गौतम ने शिरकत की। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष राहुल शर्मा ने ट्रस्ट की वार्षिक आमदनी खर्च का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
ट्रस्ट की तरफ से जींद शहर की 42 असमर्थ महिलाओं को (Jind news) एक-एक क्विंटल गेहूं खरीदने के लिए 2125 रुपये मूल्य के प्रत्येक महिला को चैक बाटे व ट्रस्ट के कुछ सहयोगियों को ट्रस्ट को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। प्रेम कुमार खुशीराम सुनार ने उनके पैसों से सभी महिलाओं को एक एक जोड़ा चप्पल और अहिरका गाँव के प्रमुख समाजसेवी सुनील शास्त्री ने उसके पैसे से सभी महिलाओं को एक एक कंबल दिया।
समारोह को संबोधित करते हुए ट्रस्ट के प्रधान पंडित रामनिवास अहिरका ने कहा कि जिस प्रकार उपजाऊ भूमि मे समय पर बोआ बीज फसल पकने पर हमें कई गुना होकर मिलता है इसी प्रकार पात्र जरूरतमंदों को दिया दान (Jind news) दानदाता को भविष्य मे कई गुना होकर मिलता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि मुझे ट्रस्ट का पैसा ट्रस्ट की महिलाओं को केवल गेहूं की खरीद पर ही खर्च करने की व्यवस्था बहुत अच्छी लगी। क्योकि संस्था की आमदनी (Jind news) खर्चे की इस तरह की पारदर्शी व्यवस्था से लोगो की संस्था को चंदा देने में श्रद्धा बढ़ती है जिससे समाज के अधिक से अधिक पात्र जरूरतमंद का भला होता है। इसके लिए उन्होंने ट्रस्ट के सभी सहयोगियों का धन्यवाद किया।
नायब तहसीलदार अनिल गौतम ने कहा कि जिस प्रकार नदियों का जल लोगो के प्यासे खेतों की प्यास बुझाने के काम आता है। इसी प्रकार सज्जनों का धन भी पात्र जरूरतमंदों के भले के लिए होता है। इस मौके पर संस्था के मुख्य सरक्षक मास्टर तेलू राम शर्मा, मास्टर राजकरण शर्मा, कमांडेंट रमाकांत शर्मा, (Jind news) एसडीओ ईश्वर शर्मा, हवा सिंह यादव, सतपाल आर्य, सुभाष बैरागी, प्रताप सिंह सिंधु, सूबेदार राम सिंह, कैलाश गर्ग , पीसी जैन, श्री चंद जैन, जोगिंदर सिंह पाहवा, वेदपाल शर्मा, मोहनलाल अत्री, जगबीर कश्यप, इंद्रसिंह जांगड़ा मुख्य रूप से उपस्थित थे।
एडीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि मुझे ट्रस्ट का पैसा ट्रस्ट की महिलाओं को केवल गेहूं की खरीद पर ही खर्च करने की व्यवस्था बहुत अच्छी लगी। क्योकि संस्था की आमदनी (Jind news) खर्चे की इस तरह की पारदर्शी व्यवस्था से लोगो की संस्था को चंदा देने में श्रद्धा बढ़ती है जिससे समाज के अधिक से अधिक पात्र जरूरतमंद का भला होता है।