Vaccine Dose research news : आज की दौर में नशा का कारोबार इतना बढ़ गया है कि हर गली और शहर में पहुंचने लगा है। नशे की लत ना सिर्फ भारत के बल्कि पूरी दुनिया के युवाओं को बर्बाद कर रही है। हर साल हजारों की संख्या में युवा ड्रग्स के ओवर डोज की वजह से अपनी जान गंवा देते हैं।
वर्ष 2021 में कितने लोगों ने ड्रग्स इस्तेमाल किया ?
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों का अनुमान के अनुसार वर्ष 2021 में लगभग 2.2 करोड़ लोगों ने ड्रग्स का इस्तेमाल किया। हालांकि, अब युवाओं को इससे निजात दिलाने के लिए एक वैक्सीन बनाई गई है। जहां दुनिया में युवाओं के परिचनों के समस्या का हल निकलेगा। ताकि उनके बच्चों का भविष्य नशे की लत में खराब ना हो।
किस देश के शोधकर्ताओं ने वैक्सीन की खोज
ब्राजील देश के शोधकर्ताओं ने इस वैक्सीन की खोज की है। शोधकर्ताओं ने वैक्सीन (Vaccine Dose research news) पर दावा करते हुए कहा है कि इससे ना सिर्फ युवा नशा छोड़ देंगे, बल्कि दोबारा ड्रग्स की तरफ देखेंगे भी नहीं।
कोकेन के नशे पर कितनी कारकर होगी वैक्सीन ?
ब्राजील के शोधकर्ताओं का दावा है कि, ये वैक्सीन (Vaccine Dose research news) खासतौर से कोकेन का नशा करने वालों को ध्यान में रख कर तैयार कि गई है। हालांकि, ये कोकेन के शिकार लोगों की कितनी मदद कर पाएगा इस पर जरूर सवाल हैं।
गौरतलब है कि, यूरोप में गांजे के बाद कोकेन दूसरा सबसे आम नशा है। बल्कि वहां का हर दूसरा नशेड़ी कोकेन का नशा करता है। इसकी लत इतनी डेंजर होती है कि यह आपको कुछ सालों में मौत के करीब ले जाती है।
कोकेन और वैक्सीन पर एक्सपर्ट क्या कहते है।
एक्सपर्ट कहते हैं कि, कोकेन जब आपके शरीर में जाती है तो, इसके 5 से 30 मिनट के बीच का वक्त सबसे ज्यादा डेंजर होता है। इस दौरान नशा करने वाले को कोई होश नहीं रहता।
इस वैक्सीन को बनाने वालों का दावा है कि, अगर किसी व्यक्ति को ये वैक्सीन दे दी गई तो यह शरीर में कोकेन के पहुंचते ही उसके असर को कम कर देगा। वहीं नशेड़ी का नशा धीरे- धीरे उतरने लगेगा और जिससे कुछ समय की अवधि में उसकी नशे की लत में सुधार आएगा और धीरे-धीरे उसकी लत छुड़ जाएगी।
अगर वैक्सीन बाजार में आएगी क्या होगा ?
दरअसल, लोगों ने वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि, अगर ऐसा हुआ तोए कोकेन के आदि हो चुके लोग ओवर डोज (Vaccine Dose research news) लेना शुरू कर देंगे और अगर उन्होंने ऐसा किया तो उनकी मौत भी हो सकती है। इस तरह वैक्सीन को बाजार में उतारने से पहले शोधकर्ताओं को वैक्सीन के सभी साईड ईफेक्ट पर अध्ययन करके लॉन्च करना होगा।