Petrol Pump Oil checking news : भारत में कई जगह पेट्रोल पंप पर तेल से संबंधित धोकाधड़ी के बहुत केस सामने आते है। यही कारण है पेट्रोल पंप पर तेल लेते समय कई लोग शॉर्ट फ्यूलिंग का शिकार होते है। पंप पर लगी मीटर में की गई मैन्युपलेशन से ग्राहक के साथ स्कैम होता है। इसलिए हर दिन भारत में करीब लाखों लोगों के साथ ये धोका होता है।
मीटर में सेटिंग से आपको अमाउंट तो पूरा दिखता हैए पर गाड़ी में फ्यूल कम डलता है। इसके बावजूद कई पेट्रोल पंप पर मिलावट की भी शिकायतें आती रहती है। कई बार अगर ग्राहक पंप पर शिकायत भी करता है तो उनकी अनसुनी की जाती है।
कैसे होती है ठगी ?
दरअसल में आपको पेट्रोल पंप (Petrol Pump Oil checking news ) वाले भले ही यह दर्शाए कि उसने आपकी गाड़ी में मीटर में बताई गई मात्रा के तहत पेट्रोल डाला है। पर पेट्रोलियम कंपनी के पास उस पर पेट्रोल पंप के तेल की हर बूृंद का हिसाब होता है कि उसके यहां कितना तेल था और कितना तेल वाहनों में डाला गया है। इस प्रकार किसी तरह का संदेह होने पर पेट्रोल पंप के स्टॉक का रिकार्ड चेक कर तेल कंपनी उचित कार्रवाई कर सकती है।
संदिग्ध गतिविधियों की कैसे करें रिपोर्ट
यदि आपको किसी पेट्रोल पंप पर फ्यूल संबंधी फ्रॉड का संदेह लगता है, तो इस घटना की सूचना फिलिंग स्टेशन के मैनेजर या ऊपर के अधिकारियों को दें और समयए स्थान, पंप संख्या के बारे में सही डीटेल प्रदान करने से आपको आगे की फ्रॉड प्रैक्टिसेज की जांच करने और उन्हें रोकने में मदद मिल सकती हैं।
धोकाधड़ी हुए तो क्या करें ?
अगर आपको लगता है कि पेट्रोल पंप (Petrol Pump Oil checking news ) पर आपके साथ धोका हुआ है, तो आप इसकी शिकायत कई तरीके से कर सकते हैं। पहले तो आप सभी पेट्रोल कंपनियों के द्वारा निर्धारित किये गए वेबसाइट या फोन नम्बर इंटरनेट पर सर्च करके चेक करें। इस प्रकार आप वहां पर शिकायत कर सकते हैं।
जैसे इंडियन ऑयल कंपनी के लिए कस्टमर केयर नंबर 1800-2333-555 जारी नंबर पर बात करें।
इसी प्रकार भारत पेट्रोलियम कंपनी के ग्राहकों के लिए केयर कस्टमर नंबर 1800-22-4344 पर बात करें।
वहीं हिंदुस्तान पेट्रोलियम के ग्राहकों के लिए जारी वेबसाइट (www.hindustanpetroleum.com ) वेबसाइट से आपको अपने रीजन के कस्टमर केयर का नंबर भी मिल जाएगा, वहां भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
ट्विटर एक्स पर भी त्वरित कार्रवाई की जाती है
धोकाधड़ी से संबंधित तेल कंपनी को ट्वीट करके शिकायत दर्ज करवा सकते या शिकायत को टैग कर सकते है हो। तभी तेल कंपनी त्वरित कार्रवाई करती है। उदाहरण के दौर पे एक उपभोक्ता ने ऐसे ही स्कैम के बारे में तेल कंपनी को अपनी शिकायत टैग कर ट्वीट किया तो उसके पास अगले 24 घण्टे के अंदर ही एक अधिकारी का फोन आया और उसकी समस्या का समाधान कर दिया।