Roadways news : यात्रियों को नहीं मिल पा रही बेहतर सुविधा, जानिए कौन सी हैं सुविधा और क्या है काम
Roadways news : रोडवेज अधिकारियों की लेटलतीफी के चलते रोडवेज बसों में आधुनिक सुविधाओं का लाभ यात्रियों को नहीं मिल पा रहा है। नई बसों में लगी डिस्पले स्क्रीन का कनेक्शन रोडवेज अधिकारियों ने काट दिया है। इसके चलते बस में लगे माइक सिस्टम का लाभ भी यात्रियों को नहीं मिल पा रहा है।
माइक सिस्टम के माध्यम से रोडवेज चालक व परिचालक यात्रियों को स्टॉपेज के बारे में बताते थे, ताकि अगर कोई यात्री नींद में हो या फिर किसी को स्टॉप पर उतरना हो तो वह वहां आसानी से उतर सके। वहीं डिस्पले स्क्रीन का कनेक्शन काटे जाने पर माइक व साउंड सिस्टम भी उसके साथ ही बंद हो गया है। ऐसे में लगभग दो महीने से बस में लगी डिस्पले स्क्रीन व माइक सिस्टम बंद पड़े हैं।
बता दें कि पिछले छह महीने में जींद डिपो में 80 से अधिक नई बस आ चुकी हैं, जिसमें से अभी हाल ही में आई 17 नई बस ऑनरूट होनी बाकी हैं। इन नई बसों में तीन डिस्पले स्क्रीन लगाई गई हैं। एक स्क्रीन बस के मैन शीशे पर, दूसरी स्क्रीन बस के अंदर व तीसरे स्क्रीन बस के पीछले वाले शीशे पर लगी हुई है। इस स्क्रीन पर बस का रूट डिस्पले होता है।
उदाहरण के तौर पर अगर बस चंडीगढ़ जाती है तो स्क्रीन बस में लगी स्क्रीन पर बस जींद से बस चलकर वाया कैथल, पिहोवा, अंबाला के रूट से चंडीगढ़ जाने वाले रूट को दर्शाती है। गुजरात की एक कंपनी द्वारा बस में माइक व डिस्पले सिस्टम लगाए गए थे। कंपनी ने डेमो के तौर पर बडौदरा का रूट फीड किया था। डिपो में आने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने नए रूट फीड नहीं करवाए, जिसके चलते बसों में जींद से वडोदरा का रूट डिस्पले स्क्रीन पर चलता रहा।
इसकी शिकायत यात्रियों ने अधिकारियों से की, जिसके बाद अधिकारियों ने डिस्पले स्क्रीन में निर्धारित रूट फीड करने की बजाय उनका कनेक्शन ही काट दिया। इसके चलते यह डिस्पले स्क्रीन लगभग दो महीने से बंद पड़ी हैं। वहीं यात्रियों को स्टॉपेज बताने के लिए चालक व परिचालक को माइक व स्पीकर भी दिए गए थे, जिनका कनेक्शन डिस्पले स्क्रीन के साथ अटैच था। ऐसे में डिस्पले स्क्रीन बंद होने के कारण माइक सिस्टम भी बंद पड़े हैं।
कंपनी के अधिकारियों को लिखा पत्र
जिस कंपनी ने बसों में डिस्पले स्क्रीन व माइक सिस्टम लगवाया है, उस कंपनी को पत्र लिखा जा चुका है। डिस्पले स्क्रीन में निर्धारित रूट फीड करने के लिए कंपनी के कर्मचारी आएंगे, जिसके बाद स्क्रीन ठीक चल पड़ेगी और बसों में लगा माइक सिस्टम भी शुरू हो जाएगा। रोडवेज अधिकारियों का प्रयास है कि यात्रियों को बेहतर सुविधा दी जाए, इसके लिए वह लगातार प्रयासरत हैं।
–अनिल कुमार, वर्कशॉप मैनेजर जींद डिपो।