Parliament Security Breach : मास्टर माइंड ललित झा लेकर भाग गया था, जींद की नीलम के भाई ने ली अदालत की शरण
संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, जांच एजेंसियों के सामने नए तथ्य सामने आते जा रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई की ताजा जानकारी के (Parliament Security Breach) मुताबिक पुलिस ने सभी आरोपियों के मोबाइल फोन के पार्ट्स राजस्थान से बरामद किए हैं। सभी फोन जली हुई हालत में मिले हैं। सभी आरोपियों के फोन ललित झा के पास थे। मोबाइल फोन पूरी तरह से जले हुए हैं।
दिल्ली पुलिस की इन्वेस्टिगेशन टीम ने फोन के टुकड़ों को राजस्थान से बरामद किया। हालांकि पुलिस ने राजस्थान में उस जगह का नाम नहीं बताया, जहां फोन जलाए गए। ये सभी फोन संसद घुसपैठ घटना में शामिल आरोपियों के हैं। 13 दिसंबर को (Parliament Security Breach) घटना वाले दिन के बाद मुख्य आरोपी ललित झा सभी के फोन लेकर राजस्थान के नागौर भाग गया था। बाद में ललित ने 14 दिसंबर को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पूछताछ में फोन को जलाने की बात कबूली थी।
पुलिस अब तक छह (Parliament Security Breach) आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें सागर, मनोरंजन, नीलम आजाद, अमोल शिंदे, ललित झा और महेश शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए छठे आरोपित महेश कुमावत का भी पुलिस को कोर्ट से सात दिन का रिमांड मिल गया है।
अब दिल्ली पुलिस मामले में दर्ज एफआईआर में धारा 201-बी (साक्ष्य नष्ट करना/साक्ष्य गायब करना) जोड़ेगी। पुलिस का कहना है कि आरोपी ललित ने जानबूझकर और सोचे-समझे तरीके से चारों आरोपियों का फोन ले लिया और हैंडसेट जलाकर नष्ट कर दिया।
राजस्थान के नागौर जिले के एक सुनसान जंगली इलाके में हैंडसेट के जले हुए अवशेष मिले हैं। अब (Parliament Security Breach) यह साबित हो गया है कि आरोपी ललित भागने के लिए नहीं बल्कि फोन नष्ट करने के उद्देश्य से नागौर गया था।
ललित झा को मास्टरमाइंड मान रही दिल्ली पुलिस
ललित झा को दिल्ली पुलिस मास्टरमाइंड मान रही है। ललित ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में भारत को बम की जरूरत है… लिखा था। उक्त पोस्ट की दिल्ली पुलिस ने गहन जांच शुरू कर दी है।
वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के जींद की नीलम से मिलने के लिए भाई रामनिवास ने अदालत की शरण ली है। नीलम से मुलाकात करने और एफआइआर की कापी लेने (Parliament Security Breach) के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की है। इस पर 18 दिसंबर को सुनवाई होगी। वह शुक्रवार को दिल्ली में बहन से मिलने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने मिलने नहीं दिया।