Jind dipo chkka jaam : भाई दूज पर महिलाओं, दैनिक यात्रियों की परेशानी
जींद
हरियाणा में सभी डिपो में बसों का चक्का जाम का ऐलान के चलते जीन्द में सुबह 4 बजे कर्मचारी बस अड्डे पर पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। रोडवेज कर्मचारियों ने मांग की कि अम्बाला डिपो के ड्राइवर को शहीद का दर्जा दिया जाए, परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता दी जाए और दूसरी मांगें पूरी की जाएं। रोडवेज बसों के पहिये थमे रहे।
हालांकि प्रशासन ने किलोमीटर स्कीम की तीन-चार बसों को रूटों पर भिजवाया लेकिन यात्रियों को राहत नहीं मिली, क्योंकि सुबह 7 बजे तक जीन्द से 30 से ज्यादा बसें दिल्ली, चंडीगढ़, हिसार, पानीपत, रोहतक, भिवानी, करनाल रुट पर जाती है। हड़ताल के चलते ये बसें अड्डे पर ही थमी रही औऱ इनके चालक धरने पर बैठ गए।
रोडवेज कर्मचारी नेता अनूप लाठर, संदीप रंगा, सुशील, सज्जन रेढू, जसबीर चहल, राजकुमार रधाना, नरवाना सब डिपो से रामनिवास खरकभुरा आदि ने बताया कि अंबाला में दिवाली की रात को कर्मचारी राजवीर सिंह की हत्या कर दी गई थी, इसी के विरोध में कर्मचारी संगठनों की तरफ से रोडवेज के चक्का जाम किया गया है। राजवीर सिंह की हत्या के मामले में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई प्रशासन की तरफ से नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन के साथ तीन दौर की बातचीत हुई लेकिन अभी तक कोई न्याय नहीं मिल पाया है। इसके चलते सांझा मोर्चा द्वारा फैसला लिया गया कि मंगलवार रात 12 बजे से पूरे प्रदेश में सभी डिपो में चक्का जाम रहेगा । बुधवार को इसका असर देखने को मिला । भाई दूज पर महिलाओं को तथा अन्य यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसके अलावा नरवाना सब डिपो में भी बसों के पहिये थमे रहे।