Jind breaking : छह दिन तक फांसी पर लटका रहा शव, सड़ांध मारने लगा तो पता चला

Priyanka Sharma
Jind breaking

Jind breaking :  जींद की न्यू कृष्णा कालोनी से सात नवंबर को लापता हुआ था व्यक्तिए अनूपगढ़ में लटका मिला शव

Jind breaking : हरियाणा के जींद जिले में एक व्यक्ति का छह दिन तक शव फांसी पर लटका रहा। जब शव फांसी पर लटका हुआ शव सड़ांध मारने लगा तो लोगों को इसके बारे में पता चला। शव इतनी सड़ांध मार रहा था कि लोग उसके पास तक नहीं जा पा रहे थे। ऐसी हालात देखकर लोगों ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फांसी के फंदे पर नीचे उतारा और आसपास पता किया लेकिन उसका सुराग नहीं लगा।

इसके बाद पुलिस शव को लेकर नागरिक अस्पताल के शवगृह में लेकर गई। जहां पर कुछ दिन पहले ही दर्ज हुए गुमशुदगी के मामलों के रिकार्ड को खंगाला और उन लोगों को इसके बारे में सूचित किया। इसके बाद लोग शव की शिनाख्त करने के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचने लगे। दीपावली के दिन न्यू कृष्णा कालोनी के लोग अस्पताल में पहुंचे और गली सड़ी हालात को पहचान लिया।

जहां पर मृतक की पहचान न्यू कृष्णा कालोनी निवासी 56 वर्षीय जिले सिंह के (Jind breaking ) रूप में हुई। इसके बाद पता चला कि जिले सिंह लंबे समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। सात नवंबर को अचानक ही वह घर से निकल गया, लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटा। तीन चार दिन तक घर नहीं लौटने पर उसके बेटे सुरेंद्र ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। इस पर दस नवंबर को पुलिस ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की और उसकी तलाश कीए लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। दीपावली के दिन जिले सिंह का शव गांव अनूपगढ़ में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला।

जहां पर शव पूरी तरह से गली सड़ी हालात में था। हालांकि जहां पर शव मिला है वहां पर लोगों की आना जाना कम हैं। रेलवे स्टेशन के निकट सूखा हुआ जोड़ है और वहां पर काफी संख्या में पेड़ खड़े हैं। इसके लिए गांव के आम लोगों का वहां पर आना जाना बहुत ही कम हैं। शव फांसी पर लटका होने का पता भी तब चला जब एक भेड़ चराने वाला व्यक्ति वहां पर चला गया। पास जाते ही उसको ज्यादा बदबू आई। जब उसने पेड़ के ऊपर देखा तो व्यक्ति का शव लटका हुआ था।

इसे भी पढ़ें : दिवाली की रात जमकर फूटे पटाखे, 500 से ऊपर पहुंच गया था प्रदूषण का स्तर, सांस लेना हुआ मुश्किल

Jind breaking  मृतक के बेटे सुरेंद्र ने बताया कि उसका पिता मेहनत मजदूरी का काम करता था। काफी समय से मानसिक रूप से परेशान थाए इसलिए काम भी छोड़ दिया था। इससे पहले भी जिले सिंह ने गांव रामराये में भी फांसी लगाने का प्रयास किया था, लेकिन उस समय लोगों ने देख लिया था और उसको घर पर भेज दिया था। इस बार वह ऐसी जगह पर फांसी लगाई जहां पर लोगों का आना जाना ही नहीं था। जांच अधिकारी वजीर सिंह ने बताया कि परिवार के लोगों ने कोई भी आरोप नहीं लगाया है। इसलिए शव का पोस्टमार्टम कर स्वजनों को सौंप दिया हैं।

Share This Article