Haryana Health Minister PA join AAP : हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 होने से पहले सियासी दलों में नेतागिरी का परिवर्तन देखने को मिल रहा है। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री (Health Minister) डॉ. कमल गुप्ता के साढ़े 9 वर्ष तक पीए रहे संजीव सिरोहा आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए हैं। आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता ने संजीव सिरोहा को पटका पहनाकर पार्टी में शामिल करवाया। पाठकों को बता दें कि, संजीव सिरोहा और उनका परिवार लंबे टाईम तक बीजेपी से जुड़ा रहा है।
संजीव सिरोहा को क्यों किया गया था बर्खास्त
पाठकों को बता दें कि, संजीव लंबे टाईम तक डॉ. कमल गुप्ता (Haryana Health Minister PA join AAP) के साथ उनके पीए के तौर पर जुड़े हुए थे, मगर कुछ माह पहले अचानक डॉ. कमल गुप्ता ने संजीव सिरोहा को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। इसका कारण बाद में यह सामने आया कि डॉ. कमल गुप्ता की कार में देसी घी का डिब्बा रखने पर मंत्री ने पीए को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। इस दौरान संजीव ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई भी दी, लेकिन संजीव से इस्तीफा लिखवाकर उसे नौकरी से हटा दिया गया। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
आप में शामिल होते ही मंत्री पर बरसे संजीव
आप में शामिल होते ही संजीव गुप्ता ने इस दौरान खुलकर डॉ. कमल गुप्ता अपनी भड़ास निकाली। संजीव ने कहा कि “मैं कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता का पीए रहा। पहले मुझे 7 जनवरी 2024 को हटाया गया। मुझे कारण बताया गया कि, आप बेटे की इज्जत नहीं करते। मैंने कहा बेटा तो गुड़गांव रहता है ऐसी तो कोई बात नहीं है।
इसके बाद मुझे एक हफ्ते बाद बुला लिया। इसके बाद हम 26 जनवरी को गुड़गांव थे। वहां एक एसडीओ थे जोग शर्मा जी उन्होंने गाड़ी में देसी घी का टिन रखवा दिया और कहा कि हिसार में मेरे मामा जी रहते हैं, उनको दे देना ड्राइवर को मैंने बोल दिया है। इसके बाद डॉ. कमल गुप्ता जी (Haryana Health Minister PA join AAP) का बेटे ने आरोप लगा दिया कि, आपने देसी घी का टिन रिश्वत का लिया है।
मैंने उनको जोग शर्मा जी से मिलवाया और अपनी सफाई दे दी। मगर फिर भी वह नहीं माने। मुझे कहा गया कि हम SP को बुला रहे हैं और आपको जेल में भेजेंगे। आप रिजाइन लिख दो और जैसा हम लिखवाएंगे वैसा ही लिखना। इसके बाद मुझसे रिजाइन लिखवाया गया और अंगूठे के निशान भी लिए गए और इसके बाद वीडियो भी बनाया। मुझसे आतंकवादियों जैसा बर्ताव किया गया। इसके बाद मैं एक माह तक निराश रहा। फिर मैंने आगे बढ़ने की सोची और केजरीवाल से प्रभावित होकर आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली”।