election ink news : जब आप स्थानीय चुनावों में वोट डालने जाते है तो वोट डालने के बाद आपकी उंगली पर एक कर्मचारी नीली स्याही (election ink news ) लगाता है। जो कई दिनों तक आपकी उंगली पर जमी रहती है। इस स्याही को इलेक्शन इंक कहा जाता है।
यह इंक कई दिनों तक आसानी से मिटती नहीं है इसलिए इसे इंटेलिबल इंक भी कहा जाता है। इंटेलिबल इंक इलेक्शन के समय वोट करने के बाद बांय हाथ की पहली उंगली पर लगाई जाती है।
इलेक्शन इंक कौनसी कंपनी बनाती है?
इलेक्शन इंक मैसूर पेंट एंड वार्निश लिमिटेड (एमवीपीएल) कंपनी के द्वारा बनाई जाती है, यह कंपनी भारतीय निर्वाचन चुनाव आयोग के आदेशों के अनुसार चुनावों के समय चुनावी क्षेत्रों में इलेक्शन इंक (election ink news ) मुहैया करवाती है।
इलेक्शन इंक में क्या केमिकल मिलाया जाता है ?
(एमवीपीएल) कंपनी के अनुसार इस इंक में सिल्वर नाईट्रेड केमिकल को मिलाया जाता है। जो कई दिनों तक उंगली की त्वचा में जमा रहता है। सिल्वर क्लोराइड पानी में नहीं घुलता इसिलए ये हमारी उंगली की त्वचा से जुड़ा रहता है। साथ ही इसमें एल्कोहाॅल की मात्रा भी पाई जाती है।