हरियाणा को मिला नेशनल एनर्जी कंजर्वेशन अवॉर्ड, राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) 2023 के लिए हरियाणा चयन

Priyanka Sharma

राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक में बेहतरीन प्रदर्शन के चलते हरियाणा का चयन राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) 2023 के लिए किया गया है। हरियाणा को राज्य ऊर्जा दक्षता प्रदर्शन पुरस्कार (समूह 1) क्षेत्र में द्वितीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा।

ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के महानिदेशक श्री अभय बाकरे ने हरियाणा सरकार को लिखे पत्र में बताया कि विद्युत मंत्रालय की पुरस्कार समिति ने पुरस्कार विजेताओं को अंतिम रूप दिया है, जिसमें हरियाणा को राज्य ऊर्जा दक्षता प्रदर्शन पुरस्कार (समूह 1) क्षेत्र में द्वितीय पुरस्कार के विजेता के रूप में चुना गया है।

नेशनल एनर्जी कंजर्वेशन अवॉर्ड का मुख्य उद्देश्य आदर्श ऊर्जा प्रबंधन की पहचान और प्रोत्साहन करना है, जिससे सामाजिक और आर्थिक लाभ हो सके। यह पुरस्कार 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा हरियाणा को दिया जाएगा। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस ऊर्जा मंत्रालय के अधीन ऊर्जा दक्षता ब्यूरो की ओर से आयोजित किया जाता है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इस मौके पर अपने बधाई संदेश में कहा, “मुझे गर्व है कि हमारे राज्य ने ऊर्जा कंजर्वेशन के क्षेत्र में अपने प्रयासों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त की है। हमने अनेक ऊर्जा कंजर्वेशन परियोजनाओं को सफलतापूर्वक प्रारंभ किया है, जिनमें नए और नवाचारी तकनीकों का उपयोग करने का प्रयास किया गया है। हमारी सार्वजनिक परिवहन और उद्योगों में ऊर्जा उपयोग को देखते हुए, हमने ऊर्जा संचय और स्थायिता के लिए नई योजनाओं को आगे बढ़ाया है।

इसके अलावा, हमने लोगों को ऊर्जा कंजर्वेशन के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए सकारात्मक कदम उठाए हैं। आप भी आगे बढ़कर अधिक ऊर्जा कंजर्वेशन की दिशा में सरकार के प्रयासों को और मजबूत करें।”

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (एनईसीए) भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों की औद्योगिक इकाइयों/ प्रतिष्ठानों/ संगठनों को ऊर्जा बचत में उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए दिए जाते हैं। राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार ( एनईईआईए) की परिकल्पना नवीन उपायों के माध्यम से ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।

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