सडक़ दुर्घटना में घायल व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुंचाने के उद्देश्य से पंचकूला में आईआईटी मद्रास के सहयोग से जल्द ही पायलट प्रौजेक्ट शुरू किया जा रहा है। इस प्रौजेक्ट के तहत पंचकूला के सभी अस्पतालों व एम्बुलैंसों का डाटा अपलोड किया जाएगा ताकि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को जल्द ही चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।
यह जानकारी आज पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान दी गई। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेशभर के ट्रैफिक विंग के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में पुलिस महानिदेशक ने ट्रैफिक नियमों की पालना करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटना के उपरांत सबसे ज्यादा जरूरी है कि दुर्घटनाग्रस्त घायल व्यक्ति को ‘गोल्डन ऑवर‘ अर्थात जिस अवधि के दौरान उपचार मिलना जरूरी है, अस्पताल पहुंचाया जाए।
अस्पतालों की भी उनकी परफॉर्मेंस के हिसाब से रेटिंग की जाएगी। जिस अस्पताल में घायल व्यक्ति का सर्वाइवल रेट जितना अधिक होगा अस्पताल को उतनी ही अच्छी रेटिंग दी जाएगी और जहां पर घायल व्यक्ति की मृत्यु का आंकड़ा अधिक होगा उसकी रेटिंग कम होगी।
इस सारी प्रक्रिया को मोबाइल एप् ‘संजया’ से कनेक्ट किया जाएगा। इस मोबाइल ऐप पर जिला की बड़ी सडक़ो, राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग तथा अन्य जिला की सडक़ों के मैप को जोड़ा जाएगा।
इसके साथ ही प्रदेश भर के अस्पतालों तथा एंबुलेंस का डाटा भी इस मोबाइल ऐप में उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि इस बारे में एक प्रस्ताव बनाकर हरियाणा सरकार को भेजा जाएगा जिसमें दुर्घटना पीड़ित व्यक्ति को पहले 48 घंटे को इलाज मुफ्त मिल सके।
बैठक में बताया गया कि पुलिस विभाग द्वारा पहली जनवरी,2023 से 30 नवम्बर,2023 तक कुल 1,83,962 चालान लेन ड्राइविंग के किए गए हैं जिनसे कुल 13,77,81,950 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया है।
इस साल अब तक कुल 13 लेन ड्राइविंग के विशेष अभियान चलाए गए जिसमें कुल 38,758 चालान किए गए है।