E ticketing scam : हरियाणा में 3 डिपो में मिल चुकी गड़बड़ी, जानिए पूरा मामला
E ticketing scam : हरियाणा में रोडवेज कर्मचारियों द्वारा किए गए ई टिकटिंग घोटाले में करनाल डिपो में दो बुकिंग इंचार्ज और 17 कंडक्टरों को चार्जसीट किया गया है वही भिवानी में 3 कंडक्टरों को सस्पेंड कर दिया है।
प्रदेश सरकार की ओर से कुछ समय पहले रोडवेज परिचालकों की सुविधा बढ़ाने और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से ई-टिकटिंग प्रणाली शुरू की गई थी। परिचालकों ने मिलीभगत कर इसमें भी घोटाला कर डाला। अंबाला, भिवानी के बाद करनाल डिपो में भी घोटाला सामने आया है। यहां 17 परिचालकों ने विभाग को 86 हजार रुपये का फटका लगा दिया। इसमें दो बुकिंग इंचार्ज की संलिप्तता भी सामने आई है।
रोडवेज महाप्रबंधक की ओर से 17 परिचालकों और दो बुकिंग इंचार्ज को चार्जशीट कर दिया गया है। आगामी कार्रवाई के लिए मुख्यालय को पत्र लिख दिया गया है। मामला खुलता देख आरोपितों की ओर से टिकटों की राशि विभाग में जमा करा दी गई है। मामले की जांच पूरी होने तक इन कर्मचारियों के स्टेशन बदलने पर भी विचार किया जा रहा है।
वही भिवानी डिपो में तीन परिचालकों पर कार्यवाही की गाज गिरी है । भिवानी डिपो महाप्रबंधक ने तीन परिचालकों को सस्पेंड कर दिया है । उन पर 26 हजार रुपए की हेरा फेरी करने का आरोप लगा है। भिवानी में तीन आरोपितों के निलंबन के बाद 10 अन्य पर कमेटी की नजर है।
इस घोटाले को अक्टूबर और नवंबर माह के पैसे जमा नहीं करवाकर अंजाम दिया गया है। आश्चर्य की बात है कि दो माह तक अधिकारियों को इसका पता तक नहीं चला। कैशबुक का मिलान कैसे किया गया? परिचालकों की ड्यूटी कैसे सुचारू रही? ये बड़े सवाल है। पीओएस मशीन में चालक-परिचालक की आइडी, बस नंबर, बस की श्रेणी, कहां से कहां तक यात्रा, कुल दूरी व किराये का उल्लेख होता है।
करनाल रोडवेज महाप्रबंधक कुलदीप सिंह ने बताया कि साझा मोर्चा के प्रधान सुरेश कुमार की ओर से सबसे अधिक करीब 24 हजार रुपये जमा नहीं कराए गए। रणबीर की ओर से करीब 20 हजार की राशि को जमा नहीं कराया गया। इसी तरह राकेश, कुमार, रविंद्र, , देव कुमार, सुंदर, अमन, रविंद्र कुमार, अंकुर मेहला, पाल, रामनिवास, व रविंद्र ने भी टिकट की राशि जमा नहीं पूरे प्रकरण में इंचार्ज भगवान देव व की संलिप्तता पाई । इन सभी को चार्जशीट रिपोर्ट मुख्यालय भेजी है। पूरे मामले की जांच रही है।