हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज के प्रयासों से अम्बाला छावनी विधानसभा क्षेत्र के ऐतिहासिक गांव “पंजोखरा” का नाम उसके धार्मिक महत्व के अनुरूप “पंजोखरा साहिब” हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा इस संबंध में गांव का नाम पंजोखरा साहिब करने पर अनुमति देने के उपरांत अब हरियाणा सरकार ने भी इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
गृह मंत्री अनिल विज द्वारा पंजोखरा गांव के धार्मिक महत्व को देखते हुए पूर्व में गांव का नाम पंजोखरा साहिब करने को लेकर प्रदेश सरकार से बातचीत की गई थी। उन्हीं के प्रयासों से हरियाणा विधानसभा सत्र में पंजोखरा का नाम पंजोखरा साहिब करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। सरकारी रिकार्ड में गांव का नाम पंजोखरा साहिब अंकित करने के लिए केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव राज्य सरकार की ओर से भेजा गया था। राज्य सरकार के इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार द्वारा इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई गई है जिसके उपरांत आज हरियाणा सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी का दी है।
गृह मंत्री द्वारा गोद लिया गया था पंजोखरा साहिब गांव
गृह मंत्री अनिल विज द्वारा पूर्व में पंजोखरा साहिब गांव को गोद लिया गया था और उन्हीं के प्रयासों से गांवों में अब तक करोड़ों की लागत से अलग-अलग विकास कार्य पूरे हो चुके हैं। गृह मंत्री की बदौलत पंजोखरा साहिब गांव अब अम्बाला में बन रही 40 किलोमीटर लंबी रिंग-रोड से भी जुड़ने वाला है जिससे इस गांव में आने-जाने के लिए स्थानीय निवासियों के अलावा दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक लाभ मिलेगा। अंबाला छावनी से पंजोखरा साहिब आने-जाने के लिए गृह मंत्री द्वारा श्रद्धालुओं के लिए सड़क को नया रूप दिया गया था। इसके अलावा, गांव की गलियों व सड़कों को पक्का व चौड़ा करवाया गया जबकि स्ट्रीट लाइटें भी लगवाई गई जिसका लाभ यहां आने वाले श्रद्धालुओं व स्थानीय निवासियों को मिल रहा है। अमृत सरोवर योजना के तहत गांव में जोहड़ को साफ कर यहां अब बोटिंग तक की जा रही है।
ऐतिहासिक गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब श्रद्धा का केंद्र
पंजोखरा साहिब गांव में ऐतिहासिक गुरुद्वारा पंजोखरा साहिब है जोकि श्रद्धालुओं के लिए श्रद्धा का केंद्र है। सिखों के आठवें गुरू श्री गुरू हर किशन साहिब महाराज की यह चरणस्थली है जहां देश ही नहीं विदेशों से श्रद्धालु आकर शीश नवाते हैं। इस स्थान के धार्मिक महत्व के कारण गृह मंत्री द्वारा गांव का नाम पंजोखरा साहिब करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया था।