Ring Road: देश-विदेश से आने वाले रामभक्तों को अयोध्या जाने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है. इन राष्ट्रीय राजमार्गों में आउटर रिंग रोड सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आउटर रिंग रोड का काम राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
मकसद यह है कि जो श्रद्धालु दूसरे जिलों से राम लला के दर्शन के लिए आ रहे हैं, वे बिना बाहर गए ही अयोध्या पहुंच जाएं. इसके लिए आउटर रिंग रोड का काम पूरा करना जरूरी है. अगर श्रद्धालुओं की भीड़ लखनऊ के रास्ते जाएगी तो अयोध्या रोड पर ट्रैफिक की समस्या बढ़ सकती है। माना गया हे। जनवरी 2024 के आखिरी हफ्ते से अयोध्या जाने वाले राम भक्तों की संख्या लाखों में हो सकती है.
इन जगहों पर काम बाकी है
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने कार्यदायी संस्था को 31 दिसंबर 2023 तक काम पूरा करने का लक्ष्य दिया है। सीतापुर रोड, आगरा एक्सप्रेसवे, बेहटा समेत कई जगहों पर अभी भी कुछ काम बाकी है। इसे अंतिम रूप देने के लिए एनएचएआई ने टीमें बनाई हैं, सभी को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
प्राधिकरण के परियोजना निदेशक हर शाम उनसे कार्य प्रगति की रिपोर्ट ले रहे हैं। खास बात यह है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दिसंबर 2023 तक काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि सामान्य दिनों में अयोध्या रोड पर ट्रैफिक का लोड काफी बढ़ जाता है।
ऐसे में आउटर रिंड रोड को खोलना एनएचएआई की मजबूरी है। जिला प्रशासन ने भी अपनी समीक्षा बैठक में इसे प्रमुखता दी है. प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि जनवरी के पहले सप्ताह में कमियां दूर कर ली जाएंगी और जरूरत के मुताबिक स्ट्रीट लाइटें लगा दी जाएंगी।
जनवरी में उद्घाटन की तैयारी है
जनवरी में 105 किलोमीटर लंबे आउटर रिंग रोड का औपचारिक उद्घाटन करने की भी तैयारी चल रही है. कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे.
राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले आउटर रिंग रोड को पूरी तरह से जनता के लिए खोल दिया जाएगा. इसकी नियमित निगरानी की जा रही है।