Khatkar toll : जींद में खटकड़ टोल पर बनेगा शहीद स्मारक, 12 दिसंबर को रखी जाएगी नींव

Priyanka Sharma
Khatkar toll Martyr memorial will be built on Khatkar toll in Jind, foundation will be laid on 12th December

Khatkar toll : खाप प्रतिनिधियों और खटकड़ टोल कमेटी ने की बैठक, लिया फैसला

Top News Haryana / जींद

हरियाणा के जींद में खटकड़ टोल प्लाजा के पास शहीद स्मारक बनाया जाएगा। वीरवार को खाप प्रतिनिधियों और खटकड़ टोल कमेटी ने बैठक की और सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पास किया। इसमें फैसला लिया गया कि 12 दिसंबर को खटकड़ टोल पर किसान आंदोलन की दूसरी विजय बरसी मनाई जाएगी और इसी मौके पर शहीदी स्मारक की नींव रखी जाएगी। इसे लेकर 21 नवंबर से हर गांव में चेतना यात्रा निकाली जाएगी।

 

Khatkar toll Martyr memorial will be built on Khatkar toll in Jind, foundation will be laid on 12th December
Khatkar toll Martyr memorial will be built on Khatkar toll in Jind, foundation will be laid on 12th December

 

सभी को विजय दिवस और शहीद स्मारक भूमि पूजन का निमंत्रण दिया जाएगा। इस चेतना यात्रा को 21 नवंबर को खटकड़ टोल से पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फौगाट, साक्षी मलिक हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस दौरान निर्मल चौधरी, जयंत चौधरी, सभी किसान संगठन और सामाजिक संगठन भाग लेंगे। इस दौरान हरिकेश काब्रच्छा, बलबीर चहल, गुरविंद्र संधू, कैप्टन भूपेंद्र, कैप्टन वेदप्रकाश, राजेश, अनीता, पूनम रेढू कंडेला, कृष्ण सरपंच, अनीश खटकड़ आदि भी मौजूद रहे।

 

किसान नेत्री पूनम रेढू ने बताया कि टोल कमेटी और खापों ने मिलकर यह फैसला लिया है, इसे लेकर किसानों में काफी उत्साह है। किसान आंदोलन के दौरान जींद जिले के किसानों की काफी अहम भागीदारी रही थी। आंदोलन को दोबारा से खड़ा करने में कंडेला में लगे जाम और जींद जिले का बड़ा योगदान रहा है।

 

Poonam Redhu Kandela said  Khatkar toll Martyr memorial will be built on Khatkar toll in Jind
Poonam Redhu Kandela said Khatkar toll Martyr memorial will be built on Khatkar toll in Jind

 

 


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13 नवंबर को बदोवाल टोल पर इकठ्ठे होंगे 59 गांव के किसान

नरवाना लघु सचिवालय में संयुक्त किसान मोर्चे के धरने की अध्यक्षता बलजीत पटवारी ने की और महेंद्र धर्मगढ़ ने मंच संचालन किया। वक्ता महिला किसान अनिता कर्मगढ़ ने कहा कि लंबे समय से सर्दी, गर्मी, तूफान व बारिश में जो हम मुआवजे के लिए बैठे हैं, इस अनदेखी का बदला चुनाव में जरूर लेंगे।

 

उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चे की बुधवार को भगत सिंह अध्ययन केंद्र में हुई बैठक के फैसले को बताते हुए कहा कि 13 नवंबर को बदोवाल टोल पर नरवाना इलाके के 59 गांव के किसान इकठ्ठा होंगे, जो 26 नवंबर को तीन दिन के चंडीगढ़ महापड़ाव बारे रणनीति तैयार करेंगे। इसलिए अब हाथ पर हाथ धर कर बैठने की बजाए फिर से बड़े अंदोलन का समय आ गया है। यदि अब भी हम एकजुट नहीं हुए तो 2024 के चुनाव के बाद और भी गंभीर स्थिति हो सकती है। यह समय एक होकर संभलने का है और अपनी नस्ल को बचाने का है।

 

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